Tulsi: तुलसी की पत्ती में पाया जाने वाला ओलेनोलिक एसिड कर देता है मोटी मोटी बीमारियों की छुट्टी
mahendra india news, new delhi तुलसी को घर पर आसानी से कहीं भी गमले में लगा सकते हैं। इस तुलसी के बहुत बड़े फायदे हैं। हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे के बहुत ही पवित्र माना गया है। इंडिया के करीबन हर घर में इसकी पूजा की जाती है। तुलसी एक गुणकारी पौधा है और आयुर्वेद में इसका बहुत महत्व है।
अनके गुण होते हैं तुलसी में
तुलसी की पत्तियों में एंटीबैक्टीरियल, एंटीवायरल, एंटी-फंगल जैसे गुण पाए हैं। यह गुण शरीर की कई समस्याओं को दूर करने में मदद करते हैं। तुलसी की पत्तियां पेट के लिए अमृत के समान हैं। यह पेट में जलन, अपच, और एसिडिटी जैसी समस्याओं को दूर करने में मदद करती हैं। इसी के साथ साथ तुलसी की पत्तियां पीएच लेवल को भी बैलेंस रखती हैं।
बता दें कि तुलसी के मुख्य केमिकल कंपाउंड ओलेनोलिक एसिड, उर्सोलिक एसिड, रोसमारिनिक एसिड, यूजेनॉल, कार्वाक्रोल, लिनालूल और β-कैरियोफिलीन हैं, जो कई वर्षों से फूड प्रोडक्ट, इत्र और दंत व ओरल प्रोडक्ट में बड़े पैमाने पर उपयोग किया जाता रहा है। तुलसी का ओलेनोलिक एसिड सेहत के लिहाज से काफी फायदेमंद होता है और कई तरह की बीमारियों से निजात दिलाता है।
तुलसी पत्ती के सेवन से कौन-कौन सी बीमारियां ठीक हो जाती हैं
इस तुलसी के सांस संबंधी समस्याएं तुलसी में एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण होते हैं। जो सर्दी, खांसी, जुकाम, और ब्रोंकाइटिस जैसी सांस संबंधी समस्याओं के उपचार में मदद कर सकते हैं। इसी के साथ साथ तुलसी में एंटी-इंफ्लेमेटरी और पाचन-वर्धक गुण होते हैं जो पेट में जलन, अपच और एसिडिटी जैसी पाचन संबंधी समस्याओं के इलाज में मदद कर सकते हैं।
इम्यूनिटी बूस्टर व ब्लड प्रेशर कंट्रोल
तुलसी में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो शरीर की इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने में मदद कर सकते हैं। इसी के साथ तुलसी में एंटी-हाइपरटेंसिव गुण होते हैं, जो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं.डायबिटीज कंट्रोल तुलसी में एंटी-डायबिटिक गुण होते हैं जो डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद कर सकते हैं।
कैंसर व त्वचा की समस्या
आपको ये भी बता दें कि तुलसी में कैंसर-रोधी गुण होते हैं जो कैंसर के विकास को रोकने में मदद कर सकते हैं।
तुलसी में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो त्वचा की समस्याओं, जैसे कि मुंहासे, एक्जिमा और सोरायसिस के इलाज में मदद कर सकते हैं।
सिरदर्द और माइग्रेन
आपको बता दें कि तुलसी में एंटी-इंफ्लेमेटरी और दर्द निवारक गुण होते हैं, जो सिरदर्द और माइग्रेन के इलाज में मदद कर सकते हैं।