भुल जाएंगे जहाज का सफर, जल्द बनकर तैयार होंगे 11 एक्सप्रेसवे, इन शहरों में जमीनों के रेट होंगे महंगे
Ship journey will be forgotten, 11 expressways will be ready soon, land rates will be expensive in these cities
जहाज का सफर मजेदार होता है, लेकिन अगर कोई एक्सप्रेसवे या हाईवे आपको सीधा शहर तक पहुंचाए तो इससे अच्छी यात्रा क्या हो सकती है। वैसे देश में सड़कों का जाल बिछ रहा है, वहीं नई सड़कों का निर्माण कार्य किया जा रहा है। इससे आमजन को फायदा मिल रहा है।
आपको बता दें कि इसी तरह आगामी वर्ष 2025 तक 11 एक्सप्रेसवे बनकर तैयार कर लिए जाएंगे। जो देश के 11 प्रदेशों से होकर गुजरेंगे। इन एक्सप्रेसवे के माध्यम से आप गांव से सीधा शहर पहुंच जाएंगे। इन एक्सप्रेसवे का निर्माण हो जाने पर शहर जाने के लिए लोगों को ट्रेन की जरूरत नहीं पड़ेगी। इसी के साथ ही कई प्रदेशों में जिन शहरों से रोड गुजरेगी, वहां पर जमीनों के रेट काफी महंगे होंगे।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया द्वारा अगले वर्ष देश में 11 हाईवे और एक्सप्रेसवे तैयार किए जा रहे हैं। आइये हम आपको बताते हैं कि आपके शहर तक कौन सा हाईवे या एक्सप्रेसवे जाएगा। नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया एक्सप्रेसवे और हाईवे के निर्माण पर पूरा जोर दे रहा है। वर्ष 2014 में नेशनल हाइवे की कुल लंबाई 91,288 किलोमीटर से 1.6 गुना बढ़कर 2024 में 1,46,145 किलोमीटर हो गई है। बीते वर्ष 2023-24 में 12 हजार किलोमीटर से अधिक दूरी के नेशनल हाइवे और एक्सप्रेसवे का निर्माण किया गया हैं।
भारत में प्रतिदिन 33 किलोमीटर हाईवे रिकार्ड निर्माण हो रहा है। मंत्रालय ने आगामी 2025 वर्ष तक 11 और हाईवे और एक्सप्रेसवे तैयार करने का डेडलाइन तय कर दी है।
अगले वर्ष तैयार होने वाले 11 हाईवे और एक्सप्रेसवे की लंबाई
वर्ष 2025 तक निर्माण होकर तैयार होने वाले 11 हाईवे और एक्सप्रेसवे कुल लंबाई 5467 किलोमीटर है, जो 16 प्रदेशों से होकर गुजर रहे है। जिसमें तमाम शहरों से आवागमन कनेक्टीविटी बेहतर होगी। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय का प्रयास है कि यह सभी तय डेडलाइन में शुरू कर दिए जाएं। जिससे जनता को सफर करने में सुविधा हो।
इन प्रदेशों से गुजरेगा हाइवे
दिल्ली से मुंबई 1350 किलोमीटर तक निर्माण किया जाएगा। इसी के साथ दिल्ली से कटड़ा 670 किलोमीटर लंबाई की रोड बनाई जाएगी। वहीं दिल्ली से लेकर देहरादून तक 210 किलोमीटर तक रोड का निर्माण कार्य किया जाएगा। इसी के साथ ही रायपुर-हैदराबाद 330 किलोमीटर इंदौर -हैदराबाद 713 किलोमीटर रोड बनाई जाएगी। वहीं सूरत-सोलापुर 464 किलोमीटर तक रोड बनाई जाएगी, नागपुर-विजयवाड़ा 457 किलोमीटर, चेन्नई-सालेम 277 किलोमीटर, सोलापुर-कुनलूर 318 किमी, नागपुर-विजयवाड़ा 457 किमी और हैदराबाद विशाखापट्टनम 221 किलोमीटर शामिल हैं।