'जीरा' बना देगा आपको 'हीरा', बाजारों में बिकता है इतना महंगा...बन जाएंगे करोड़पति

Cumin Farming Business Idea: भारत एक कृषि प्रमुख देश है। दुनिया में सबसे ज्यादा खेती भारत में ही की जाती है। यहाँ खेती की हर वो किस्म उगाई जाती है। जो दुनिया के हर कोने कोने में काम आती है और खाई जाती है । इसी प्रकार आज हम आपको बतयाएंगे की जीरे की खेती कैसे की जाती है । जीरा आज के समय में घरों में हर कार्य के लिए प्रयोग किया जाता है। देश का 80 प्रतिशत से अधिक जीरा का उत्पादन गुजरात और राजस्थान में होता है।
किसान 5 एकड़ में जीरे की खेती से करीब 2 लाख रुपये की कमाई कर सकता है। जीरे की डिमांड पूरे साल रहती है। जीरे का पौधा लगभग 30 डिग्री के तापमान में सूखी रेतीली दोमट मिट्टी पर उग आता है। इसकी फसल को पकने में करीब 110-115 दिन लगते हैं। पौधे की ऊंचाई 15 से 50 सेमी होती है।
भारत में जीरे की खेती की शुरुआत कुछ इस तरह की जाती है। जीरे को अक्टूबर से नवंबर महीने में उगाया जाता है और इसकी कटाई फरवरी में की जाती है। ताजा जीरे की फसल मार्च के दौरान बाजार में बिकने के लिए पहुंच जाती है।
हल्की और दोमट मिट्टी के अंदर जीरे की खेती आसानी से उगाई जा सकती है।
बुआई से पहले यह जरूरी है कि खेत की तैयारी ठीक ढंग होनी चाहिए। जिस खेत में जीरे की बुआई करनी है, उस खेत से खरपतवार आदि निकाल कर साफ कर देना चाहिए।
जीरे की अच्छी किस्मों में तीन वेरायटी का नाम सबसे पहले आता है जिनके नाम आरजेड 19 और 209, आरजेड 223 और जीसी 1-2-3 की किस्मों को अच्छा माना जाता है।
इन किस्मों के बीज 120-125 दिन में पक जाते हैं और इनकी उपज प्रति हेक्टेयर 510 से 530 किलो ग्राम है।
राजस्थान में देश के कुल उत्पादन का करीब 28 प्रतिशत जीरे का उत्पादन होता है।
जीरे की औसत उपज 7-8 क्विंटल बीज प्रति हेक्टयर है और इसको उगाने में करीब 30,000 से 35,000 रुपये प्रति हेक्टयर खर्च आता है।
अगर हम इसकी औसतन आय निकाले तो इसका भाव 100 रुपये kg माने तो 40000 से 45000 रुपये प्रति हेक्टयर इससे लाभ हो सकता है। अगर यही खेती 5 एकड़ में हो तो 2 से सवा दो लाख रुपये की कमाई हो सकती है।