मानसून बरसात के मौसम में गाय-भैंस का इसलिए घट जाता है मिल्क, दूध न घटे ये करें उपाय

मानसून की बरसात का सीजन चल रहा है। मानसून की जगह जगह बरसात हो रही है। इस बारिश के मौसम में सबसे बड़ी परेशानी पशुओं को होती है। अक्सर देखने में आया है कि गाय-भैंस का दूध कम हो जाता है। इससे पशु पालकों को आर्थिक तौर पर काफी नुकसान झेलना पड़ता है।
दूध उत्पादन में आती है कमी
पशुओं के चिकित्सक डा. सुखविंद्र सिंह ने बताया कि गर्मी और बरसात के मौसम में कई तरह की छोटे छोटे कारण के चलते गाय-भैंस के दूध में कमी आ जाती है। बरसात के मौसम में संक्रमित बीमारियों के कारण से दूध में कमी देखने को मिलती है। इस वजह से पशुपालकों को दोगुणा नुकसान उठाना पड़ता है. एक तो पशु के बीमार होने पर उसका उपचार खर्च, दूसरा बीमारी के चलते दूध उत्पादन में कमी। इससे पशु पालकों को काफी परेशानी झेलनी पड़ती है।
क्या हैं पशु एक्सपर्ट
एनिमल एक्सपर्ट के अनुसार पशुओं के रखरखाव में थोड़ी सी सजगता से नुकसान से बचा जा सकता है। खासतौर से अगर पशुओं के बांधने के स्थान पर साफ-सफाई का ध्यान दें। इसी के साथ ही शेड की मरम्मत भी बरसात के सीजन से पहले करवा लें। इससे तमाम तरह की बीमारियां फैलने का खतरा बना रहेगा.
डाक्टर ने ये भी बताया कि बरसाती सीजन में पशुओं के पास फैली गंदगी कई तरह के रोगों को लेकर आती है। बरसात का पानी गाय भैंसों के बाड़े में पड़े गोबर व पेशाब से मिलकर कई तरह के रोगों को पैदा करता है। इसी के साथ ही यह गोबर व पेसाब में मिलकर अमोनिया गैस पैदा करता है, इसके कारण कोक्सीडायोसिस भी होती है. घंटे तक दूषित गंदगी से पशुओं के खून में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है, जिससे खुरपका बीमारी का भी डर बना रहता है।
बरसात के सीजन में पानी के कारण पशुओं के बाड़े में कीचड़ जैसी स्थिति बन जाती है, इसमें कई तरह के बैक्टीरिया पनपने लगते हैं।
खून चूसते हैं पशुओं का
बरसात के सीजन की बात करें तो इस मौसम में गंदगी और जलभराव हो जाता है। इससे पशुओं के बाड़े में उमस भी होने लगती है, इससे टिक बड़ी ही तेजी से फैलते हैं. बरसात के मौसम में टिक पशुओं का खून चूसते हैं। इससे पशुओं में एनीमिया बीमारी फैल जाती है और यही उनकी मौत का कारण भी बनती है। इसी के साथ ही बारिश में गंदगी और जलभराव से मक्खी भी पशुओं के मुश्किल पैदा करती है, इससे पशु तनाव में आ जाता है और दूध का उत्पादन कम हो जाता है।
इसी के साथ ही अक्सर देखने में आया है कि बरसात के मौसम में तो दूध देने वाले पशुओं के थानों में सूजन भी आ जाती है, इसकी वजह पशुओं के आस पास फैली नमी और दूषित पानी होता है। यह कई तरह के तनाव और रोग लेकर आता है, इससे पशुओं के दूध में कमी आती है, वहीं कई पशु दूध देना बंद कर देते हैं।