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भाद्रपद महीने में इन देवताओं की करें पूजा, इस माह में रविवार के दिन ये करना अशुभ

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 भाद्रपद महीने में इन देवताओं की करें पूजा, इस माह में रविवार के दिन ये करना अशुभ 

आज 20 अगस्त 2024 मंगलवार से हिंदू कैलेंडर के अनुसार भाद्रपद शुरू हो गया है। इस माह का विशेष महत्व माना गया है। इस महीने रविवार के दिन कई कार्य बहुत ही अशुभ माने गये हैं। हिंदू केलेंडर में भाद्रपद माह को चातुर्मास का दूसरा महीना कहा जाता है, वैसे हर माह किसी न किसी देवता को समर्पित होता है और उस माह में उन देवता की पूजा से विशेष फल की प्राप्ति होती है.।  

ज्योतिषचार्य पंडित नीरज शर्मा ने बताया कि भाद्रपद माह में भगवान श्री कृष्ण और भगवान गणेश का जन्म हुआ था इसलिए इस माह में इन दोनों की पूजा का विधान है। इस माह में कई बड़े पर्व जैसे श्री कृष्ण जन्माष्टमी, हरतालिका तीज, गणेश चतुर्थी, राधा अष्टमी, अनंत चतुर्दशी, कजरी तीज, भाद्रपद अमावस्या और पूर्णिमा जैसे व्रत पड़ते हैं।  

उन्होंने बताया कि हिंदू पंचांग के मुताबिक भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि मंगलवार 20 अगस्त को रात्रि 8 बजकर 32 मिनट तक है। इसके बाद द्वितीया तिथि लग जाएगी, इस दिन में हनुमान जी की पूजा विशेष फलदायी साबित होगी। 

भाद्रपद माह में क्या न करें
ज्योतिषचार्य पंडित नीरज शर्मा ने बताया कि शास्त्रों के अनुसार भाद्रपद माह में गुड़, दही और उनसे बनी चीजों के सेवन की मनाही होती है। मान्यता है कि ये चीजें सेहत को नुकसान पहुंचाती हैं।  इस महीने में गुड़ आदि खाने से व्यक्ति को पेट संबंधी समस्याएं हो जाती हैं.  

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इसके बाद ही इस महीने में तामस तत्व बढ़ाने वाली चीजें जैसे लहसुन, प्याज, मांस और मदिरा आदि का सेवन भी वर्जित होता है, इस महीने को भक्ति और मुक्ति का माह माना जाता है।  
इसी के साथ ही इस माह मे सेंड के दिन बाल कटवाना और नमक खाना अशुभ माना जाता है, इसलिए अगर संभव हो तो इस दिन नमक का सेवन न करें। 

इसी के साथ ही इस माह में किसी दूसरे व्यक्ति द्वारा दिया चावल और नारियल के तेल का इस्तेमाल गलती से भी न करें. ऐसा करने से घर में दरिद्रता आती है। 

इस माह भाद्रपद में क्या करें

ज्योतिषचार्य एनके शर्मा ने बताया कि भाद्रपद माह पवित्र माह में से एक है, इस माह में पवित्र नदियों में स्नान का विशेष महत्व बताया गया है, इस माह मेंं जरूरतमंदों को दान करें।  इस माह में सात्विक भोजन करना उत्तम माना गया है. जितना संभव हो सात्विक भोजन करें,  इसी के साथ इस माह में गाय के दूध के सेवन पर जोर दिया गया है. 

नोट : ये दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है, हम इसकी पुष्टि नहीं करते हैं।