61 साल की आयु में भूप सिंह जांगड़ा ने की एलएलबी की परीक्षा की पास
mahendra india news, new delhi
शिक्षा आयु की मोहताज नहीं है, इसकी कोई समय सीमा नहीं है, जितना मर्जी ग्रहण करो आपके ज्ञान में वृद्धि ही करेगी। यह शब्द चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय के विधि विभाग के चेयरपसैन मुकेश कुमार ने 61 वर्षीय भूप सिंह जांगड़ा को एलएलबी की पढ़ाई पूरी करने पर डिग्री प्रदान करते हुए कही। भूप सिंह जांगड़ा सहायक डीडीपीओ ऑफिस सिरसा से रिटायर्ड हंै।
बतौर भूप सिंह जांगड़ा ने बताया कि नौकरी से सेवानिवृत्त्त होने के बाद खाली समय का सदुपयोग करने के लिए उन्होंने एलएलबी करने का मन बनाया। उन्होंने इसके लिए चौ. देवीलाल विश्वविद्यालय में दाखिला लिया। 61 वर्ष की आयु होने के बाद भी चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय सिरसा से विधि स्नातक की शिक्षा एक नियमित छात्र के तौर पर की। जांगड़ा ने बताया कि उन्हें स्वयं पर विश्वास था कि वो इसे कर सकते हंै। क्योंकि कोई भी कार्य तब तक सफल नहीं होता, जब तक हमारे अंदर आत्मविश्वास नहीं है।
विश्वविद्यालय के विधि विभाग के चेयरपर्सन मुकेश कुमार ने भूप सिंह जांगड़ा को डिग्री प्रदान करते हुए बधाई दी। उन्होंने कहा कि वर्तमान की भागदौड़ भरी जिंदगी में इस उम्र में पढ़ाई को बेहतर तरीके से कर पाना हर किसी के बस की बात नहीं, लेकिन अगर जुनून व कुछ कर गुजरने का जज्बा हो तो कोई भी काम मुश्किल नहीं है। उन्होंने कहा कि भूप सिंह जांगड़ा ने अपनी सफलता से ये साबित कर दिया है कि पढ़ाई की कोई समय सीमा नहीं है। इस ज्ञान को जितना मर्जी बढ़ाओ, बढ़ता ही जाएगा। इस उपलब्धि पर उनके शुभचिंतकों ने बधाई प्रेषित की है।