home page

हरियाणा में बिजली कर्मचारियों की चेतावनी, आक्रोश प्रदर्शन में कर्मचारी लेंगे बढ़-चढक़र भाग सुरेश राठी

सर्व कर्मचारी संघ देवेंद्र सिंह दहिया सोनीपत सर्कल सचिव की अध्यक्षता में दिया धरना

 | 
सर्व कर्मचारी संघ देवेंद्र सिंह दहिया सोनीपत सर्कल सचिव की अध्यक्षता में दिया धरना

mahendra india news, new delhi

हरियाणा के सिरसा में बिजली कर्मचारियों का 9वें दिन भी धरना प्रदर्शन जारी रहा। ऑल हरियाणा पावर कारपोरेशन वर्कर यूनियन संबंधित सर्व कर्मचारी संघ देवेंद्र सिंह दहिया सोनीपत सर्कल सचिव की अध्यक्षता में महा पड़ाव लघु सचिवालय सिरसा में धरना दिया गया।  मंच का सचालन नितेश नितेश कुमार ने किया। इस दौरान जीवन नगर, ऐलनाबाद, रानियां विनोद कुमार सब यूनिट प्रधान की अध्यक्षता मीटिंग की गई। 22 अक्टूबर 2023 को विशाल आक्रोश प्रदर्शन में भारी संख्या में कर्मचारी हिस्सा लेंगे। 

बिजली कर्मचारी नेता सुरेश राठी राज्य प्रधान ने बताया 28 सितंबर को बिजली मंत्री ने यूनियन की वार्ता समिति के साथ बातचीत की। यूनियन ने अपनी सभी 16 मांगों को विस्तार से 3 घंटे मीटिंग में रखा। पिछले 4 वर्ष से यूनियन बिजली मंत्री हरियाणा सरकार को अपनी मांगों को लेकर निचले स्तर से लेकर उच्च अधिकारी गण तक ज्ञापन के माध्यम से अपना मांग पत्र सौंप चुकी है। 


बिजली मंत्री ने यूनियन के पदाधिकारियों को मीटिंग करने के लिए 10 अक्टूबर 2023 को चंडीगढ़ बुलाया है। पदाधिकारी मीटिंग करने के लिए तीसरे दौर की मीटिंग करने के लिए पदाधिकारी जाएंगे। यूनियन का प्रयास है 16 सूत्रीय मांग पत्र पर चर्चा हो और मांगों का समाधान किया जाए। उन्होंने कहा कि जानबूझकर अधिकारी माहौल खराब करना चाहते हैं। समस्याओं का हल न हुआ तो धरना प्रदर्शन जारी रहेगा। राज्य प्रधान सुरेश राठी ने कहा कि बिजली निगम में लगातार हरियाणा सरकार कच्चे कर्मचारियों की आउटसोर्स के माध्यम से भर्ती कर रही है। अब सभी कच्चे कर्मचारियों को कौशल निगम के अंदर जबरदस्ती शामिल करवा दिया गया है।

WhatsApp Group Join Now


 इस कौशल निगम में शामिल होने के पश्चात कच्चे कर्मचारियों का वेतनमान पिछले 2 साल से 1 रुपया भी नहीं बढ़ा है। 21000 रुपए से ज्यादा वेतन तय होने के बाद कच्चे कर्मचारियों की मेडिकल सुविधा बंद हो गई है। बिजली जैसे खतरनाक विभाग में लगातार दुर्घटनाएं हो रही हैं और कच्चे कर्मचारियों को इलाज के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। निगम मैनेजमेंट अपने कर्मचारियों को दुर्घटनाग्रस्त होते हुए मूकदर्शक बनी हुई देख रही है। उनके परिजन असहाय अवस्था में महंगे इलाज करवाने पर मजबूर हो रहे हैं। सरकार ने कौशल निगम बनाकर शोषण करने पर मजबूर कर दिया है, जिसे किसी भी सूरत में सहन नहीं किया जाएगा।

इस अवसर पर सुरजीत सिंह बेदी, संजीव ढांडा जिला प्रधान जींद, सुखदेव सिंह यूनिट प्रधान सब अर्बन, मदन लाल सर्कल सचिव, सुभाष सीसी मेंबर, राजेश भाकर, गिरधारी शर्मा, कनी राम, बाबूलाल यूनिट प्रधान, प्रभु दयाल यूनिट प्रधान, अनिल शर्मा, सुरेश यादव व विजेंद्र पानीपत मौजूद रहे।