Expressway : कोलार गोल्ड फील्ड के सामने से होकर गुजरेगा ये एक्सप्रेसवे, जल्द होगा शुरू, सफर का समय होगा आधा
आपको बता दें कि इन हर रोड प्रोजेक्ट की अपनी विशेषताएं हैं, इनमें से एक है चेन्नई बेंगलुरु एक्सप्रेसवे, इसके दिसंबर में शुरू होने की उम्मीद है, बता दें कि एक्सप्रेसवे दोनों शहरों, चेन्नई और बेंगलुरु के बीच कनेक्टिविटी को बढ़ाएगा। इसकी विशेष बात ये भी है कि कर्नाटक में कोलार गोल्ड फील्ड्स, सोने की खदानों के लिए प्रसिद्ध् है, जहां किसी जमाने में गोल्ड माइनिंग हुआ करती थी।
इसी के साथ ही ट्रैवल टाइम को कम करने के साथ ट्रैफिक के बोझ को कम कर देगा। ऐसी उम्मीद है कि इस वर्ष दिसंबर तक इस चेन्नई-बेंगलुरु एक्सप्रेसवे को ओपन कर दिया जाए.
खास बात है कि चेन्नई से बेंगलुरु का सफर तय करने में मौजूदा समय में 5 से 6 घंटे लगते हैं लेकिन इस एक्सप्रेसवे के तैयार होने के बाद यह दूरी मात्र सवा 2 घंटे में तय हो जाएगी। इसके अलावा भी यह एक्सप्रेसवे कई मायनों में खास होने वाला है. आइये आपको बताते हैं।
ये हैं इसकी विशेषताएं
साउथ इंडिया के लिए क्यों खास है ये एक्सप्रेसवे
आपको बता दें कि 258 किलोमीटर लंबा चेन्नई-बेंगलुरु एक्सप्रेसवे 18,000 करोड़ की लागत से बनाया जा रहा है. यह एक्सप्रेसवे कर्नाटक में होसकोटे से शुरू होगा और तमिलनाडु के श्री पेरुंबदुर में समाप्त होगा। ये भी बता दें कि इस एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए 2560 हेक्टेयर लैंड अधिग्रहित की गई है.
इस चेन्नई-बेंगलुरु एक्सप्रेसवे तीन प्रदेश कर्नाटक, आंधा प्रदेश और तमिलनाडु को कवर करेगा। 258 किलोमीटर लंबे इस एक्सप्रेसवे पर 41 अंडरपास और 17 फ्लाईओवर बनाए जा रहे हैं. यहां गाड़ियों की स्पीड लिमिट 120 किलोमीटर प्रतिघंटा तय की गई है।
इसी के साथ ही चेन्नई-बेंगलुरु एक्सप्रेसवे की सबसे विशेष बात यह है कि इसके बनने के बाद दोनों शहरों के बीच की दूरी 80 किमी दूरी घट जाएगी. इससे 5 से 6 घंटे का ट्रैवल टाइम घटकर सवा 2 घंटे में पूरा कर सकेंगे।
इस चेन्नई और बेंगलुरु भारत के 2 बड़े औद्योगिक नगर है इसलिए इस एक्सप्रेसवे पर इंडस्ट्रियल कॉरिडोर स्थापित किया जाएगा, जिससे मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को बढ़ावा मिलेगा।
आपकी जानकारी के लिए ये भी बता दें कि चेन्नई-बेंगलुरु एक्सप्रेसवे होसतके, मलूर, बंगरापेट, कोलार गोल्ड फील्ड्स, चित्तूर, रानीपेट और श्री पेरुंबदुर समेत कई शहरों से होकर गुजरेगा।