मानसून के हरियाणा में 3 दिन रफ्तार धीमी, 12 जुलाई से फिर जबरदस्त बरसात, जानिए हरियाणा का मौसम कैसा रहेगा
मानसून की खासकर हरियाणा में तीन दिन के अंदर रफ्तार धीमी रहेगी। इसके बाद यानि 12 जुलाई से मौसम में फिर से बदलाव होगा। इसके बाद हरियाणा में जबरदस्त बरसात होगी। आपको बता दें कि हरियाणा प्रदेश के दक्षिणी व पश्चिमी हिस्सों में लगातार मानसून गतिविधियों से सामान्य से अधिक बरसात दर्ज हुई है । महेंद्रगढ़ में 131 MM बरसात दर्ज की गई है तो नूंह में 75.3 MM बरसात हुई।
इसी के साथ बात करें हरियाणा के पश्चिमी क्षेत्र फतेहाबाद जिले की, यहां पर 88.3 एमएम तो सिरसा जिले में 56.5 एमएम बरसात दर्ज की गई है। उत्तरी व पूर्वी हिस्सों में स्थित करनाल, पानीपत जैसे जिलों में मानसून गतिविधियां कम होने से सामान्य से कम बरसात अभी तक हुई। आपको बता दें कि करनाल में जुलाई में अब तक 7.1 एमएम बारिश दर्ज की हे तो पानीपत में 3.5 एमएम ही दर्ज की गई है।
मौसम विभाग के मौसम वैज्ञानिक डॉ. चंद्रमोहन के अनुसार मानसून की सक्रियता बंगाल की खाड़ी में बनने वाले कम दबाव के क्षेत्र और कम दबाव क्षेत्र की लाइन पर निर्भर करता है। उन्होंने आगे बताया कि इस बार यह लगातार अपनी सामान्य स्थिति से दक्षिण में स्थित है, जो राजस्थान प्रदेश के दक्षिणी हिस्सों में बनी हुई है। अभी हरियाणा, एनसीआर व दिल्ली में आने वाले 3 दिनों तक मानसून कमजोर बना रहेगा, इससे यह सीमित स्थानों पर सिर्फ छिटपुट बूंदाबांदी ही होने की उम्मीद है।
उन्होंने आगे बताया कि हरियाणा प्रदेश में 12 जुलाई को एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से कम दबाव क्षेत्र की लाइन अपनी सामान्य स्थिति में आने की उम्मीद बन रही है, इसके कारण से हरियाणा, NCR व DELHI में एक बार फिर से मानसूनी गतिविधियां तेज देखने को मिलेगी। इसके बाद जबरदस्त बरसात होगी।