मार्केट में पत्ता गोभी की रहती है हमेशा डिमांड, ऐसे खेती कर किसान बन सकते हैं कुछ ही समय में लखपति

कृषि एक्सपर्ट डा. सुनील कुमार ने बताया कि बंद गोभी की डिमांड बाजार में हमेशा बनी रहती है, इसकी खेती के लिए समय का विशेष ध्यान रखना होगा। इसकी खेती करने के लिए अगस्त सितंबर माह में इसकी नर्सरी यानी पौधशाला तैयार करें, नर्सरी ऐसी जगह लगाए जहां पानी का लगाव नहीं होना चाहिए. वही उन्होंने कहा एक एकड़ खेत के लिए 100 ग्राम उन्नत किस्म का बीज पर्याप्त होता है और इसमें बीज गिराने से पहले बीजोपचार करें, इसी के साथ ही हल्की भुरभुरी जमीन की मिट्टी पर नर्सरी तैयार करे. फिर 15 से 20 दिन बाद आप अपने खेत में इसका पौधा को लगाए.
उन्होनें बताया कि इसके बाद नर्सरी को जब भी अपने खेत मे लगाते है तो याद रहे की पौधे की दूरी कतार से कतार की दूरी 40 से 40 सेंटीमीटर हो, इसी के साथ ही पौधे से पौधे की दूरी 30 सेंटीमीटर पर आप इसको रोपाई कर देंं। वहीं समय समय पर 15 दिनों के अंतराल पर सिंचाई जरूर करें।
इसी के साथ ही कीट व्याधि का प्रकोप से बचने के लिए कीटनाशी का छिड़काव करे, पत्ता गोभी की बेहतर उपज के लिए खेत को तैयार करते समय खेत के मिट्टी मेबोरन, सुहागा और मेग्नेशियम को 4 से 5 किलो प्रति एकड़ खेत मे जरूर दे ताकि आपके पत्ता गोभी का फलन वजनदार के साथ ज्यादा फलन देगा।
उन्होंने बताया कि पत्ता गोभी की अगात खेती में सबसे अधिक कीटनाशी का भय बना रहता है. जैसे रस चषक और सुंडी कीट जो पौधे को धीरे धीरे समाप्त कर देता है. वही इससे बचने के लिए आप अपने खेत में आईएमआईडीएक्लोरोपीड 1 ग्राम प्रति द्वद्य लीटर पानी में मिलकर इसका छिड़काव करें या पौधे के जड़ में देने से निजात मिलेगा। इसी के साथ ही अगर फफूंद कीट लगे तो रिमागोल्ड दवाई 2 ग्राम प्रति लीटर पानी में मिलाकर स्प्रे कर सकते हैं और जड़ में दे सकते हैं. ऐसा करते रहने से कीट का प्रकोप कम हो जायेगा।