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धान की रोपाई की न लें टेंशन, इस दिन से से करें बासमती की इन पांच किस्मों की सीधी बिजाई, उत्पादन होगा बंपर उत्पादन

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इस दिन से से करें बासमती की इन पांच किस्मों की सीधी बिजाई
 mahendra india news, new delhi

धान की फसल को लेकर किसान अभी भी चिंता में है। क्योंकि कुछ ही समय के बाद धान का सीजन शुरू होने वाला है। किसानोंं को सबसे बड़ी चिंता सिंचाई पानी की रहती है। किसान धान की पहले नर्सरी उगाते हैं। भारत के कई एरिया में पानी की कमी के चलते धान की सीधी बुवाई के लिए भी धरतीपुत्रों को प्रोत्साहित किया जाता है। 


कृषि वैज्ञानिकों की माने तो धान की सीधी बुवाई के लिए यह वक्त उपयुक्त माना जाता है। इसी को लेकर की टॉप-5 किस्म के बारे में बताएंगे। जिनकी बिजाई किसान कम दिनों में अच्छा उत्पादन ले सकते हैं। 

आपको बता दें कि देश के कई एरिया में उगाई जाने वाली पूसा बासमती पीबी 1121 बहुत ही पसंद की जाती है। यह किस्म सबसे ज्यादा निर्यात की जाती है। इस बासमती चावल के कुल निर्यात में पूसा बासमती पीबी 1121 की करीब 47 फीसद हिस्सेदारी है। 


आपको बता दें कि राइस की यह किस्म अपने स्वाद, खुशबू और लंबे दाने के लिए पहचानी जाती है। पूसा बासमती की पीबी 1121 की बिजाई करने के लिए 20 मई से 15 जून तक का वक्तबहुत ही उपयुक्त है। इस बासमती की इस किस्म से 18 से 20 क्विंटल प्रति एकड़ के हिसाब से उत्पादन लिया जा सकता है। 

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इसी के साथ ही आपको बता दें कि पूसा बासमती की पीबी 1718 किस्म की रोग प्रतिरोधक क्षमता अधिक होती है। इस किस्म में रोग बहुत कम लगते हैं, बल्कि धान की अन्य किस्में के मुकाबले 20 फीसद पानी की भी बचत होती है। इसकी बिजाई करने के लिए 15 मई से 20 में तक का वक्त उपयुक्त है। यह किस्म करीब 135 दिन में पककर तैयार हो जाती है। इसको बेहतर तरीके से देखभाल कर ली जाए तो यह 20 से लेकर 25 क्विंटल उत्पादन देती है। 

इसी के साथ ही आपको बता दें कि पूसा बासमती पीबी 1885 ,बासमती की ये किस्म 140 दिन में पककर तैयार होती है। यह किस्म करीब 19 से 20 क्विंटल प्रति एकड़ के हिसाब से उत्पादन देती है। इस किस्म में धान के दाने लंबे होते हैं। यह किस्म में ब्लास्ट रोग से लड़ने की क्षमता भी अधिक होती है। 

इसी के साथ ही आपको बता दें कि कम समय में पकने वाली पूसा बासमती पीबी 1692 जो किसानों द्वारा बहुत ही पसंद करते हैं। यह किस्म 115 से 120 दिन में पककर तैयार होती है। यह किस्म कम पानी वाले एरिया में भी बेहतर अच्छा उत्पादन देती है। इस किस्म के चावल के दाने क्वालिटी में अच्छे होते हैं जो कि टूटते नहीं है। 

इसी के साथ ही पूसा बासमती की किस्म पीबी 1847 की सीधी बिजाई कर किसान बंपर उत्पादन ले सकते हैं। यह किस्म झुलसा और झोंका रोधी है। यह धान सीधी बिजाई के लिए यह बहुत ही उपयुक्त है। अगर किसान अभी सीधी बिजाई कर देते हैं तो 27 से 32 से क्विंटल प्रति एकड़ के हिसाब से उत्पादन मिलेगा।