अनाज मंडियों में अव्यवस्था के लिए सरकार व अधिकारी जिम्मेदार: लखविंद्र सिंह औलख

mahendra india news, new delhi
haryana सरकार, मार्केट कमेटी व मंडी आढ़ती एसोसिएशन सिरसा की नाकामी के कारण मंडियों में हालात बद से बदतर हो गए हैं। उठान न होने के कारण मंडियों में चारों साइड पैर रखने की जगह नहीं है। BKE अध्यक्ष लखविंद्र सिंह औलख ने मंडियों में व्याप्त अव्यवस्था की पोल खोलते हुए कहा कि हरियाणा सरकार, मार्केट कमेटी व मंडी आढ़ती एसोसिएशन सिरसा ने अपनी नाकामी छुपाने के लिए 5 दिन तक मंडी में बासमती धान की खरीद बंद करने का तुगलकी फरमान जारी किया।
उन्होंने कहा कि अब जब छठे दिन किसान अपनी फसल लेकर आएगा, उसे दिन मंडी में पूरी भीड़ होगी, जिसका फायदा खरीदार उठाएगा और किसान की फसल 200 से 300 rs प्रति क्विंटल सस्ती खरीदेगा। औलख ने कहा कि दीपावली का त्योहार सिर पर है और ऐसे में त्योहार को मनानेके लिए किसान के साथ-साथ मजदूरों को भी पैसे की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आढ़तियों ने किसानों के साथ लूट का नया फरमान जारी कर दिया है। 5 दिनों बाद जब किसान मंडी में फसल बेचने आएगा तो उसे औने-पौने दामों में फसल बेचने पर मजबूर होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि मंडी से किसान के साथ-साथ काफी लोग जुड़े हुए हैं।
सरकार के पास सब कुछ होते हुए भी मंडियों में खरीद के पुख्ता प्रबंध नहीं किए गए, जिसका खामियाजा किसानों को मंडियों में धक्के खाकर भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि बासमती धान हर बार प्राइवेट हाथों में बेची जाती है। कुछ ब्रॉकर व बाहरी एजेंसियां धान की खरीद कर रही है, जिसकी जिम्मेवार HARYANA सरकार, आढ़ती व मार्केट कमेटी के अधिकारी हैं। औलख ने कहा कि जिस प्रकार फतेहाबाद में नई मंडी बनाकर किसानों को विकल्प दिया गया है, ठीक उसी प्रकार सिरसा की मंडियों में भी व्यवस्था की जाए, ताकि किसानों को समस्याओं का सामना न करना पड़े।