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होम लोन : अगर आपने लिया है होम लोन तो जरूर लें ये इंश्‍योरेंस कवर, परिवार के लिए मुश्किल वक्त में मिलेगी राहत

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 होम लोन तो जरूर लें ये इंश्‍योरेंस कवर
 mahendra india news, new delhi

हर व्यक्ति का आज के समय में बैंक से नाता रहता है। बैंक से जरूरत के हिसाब से कई लोग होम लोन भी लेते हैं। आज के समय मेंं होम लोन लेकर ही मकान खरीदते हैं, अगर बैँक से ऋ ण लेने के कुछ वर्ष बाद अगर उधारकर्ता की मृत्यु हो जाए, तो बकाया ऋण स्वजनों को चुकाना पड़ता है। 


कई बार देखने में ये भी आया है कि अगर परिवार सक्षम न हो तो प्रॉपर्टी को गंवाना भी पड़ सकता है. ऐसी स्थिति में होम ऋण इंश्‍योरेंस परिवार के लिए संकटमोचक बनकर सहायता करता है।


आज आपको इसी के बारे में बताने जा रहे हैं 
आपको बता दें कि होम लोन इंश्‍योरेंस, ये होम लोन का प्रोटेक्‍शन प्‍लान है, जब होम लोन लेने जाते हैं, तो हर कोई बैंक द्वारा होम लोन इंश्‍योरेंस ऑफर दिया जाता है, आपको बता दें कि इसे हल्‍के में नहीं लेना चाहिए, यदि होम लोन लेने के बाद किसी कारणवश ऋण लेने वाले की मृत्यु हो जाती है, तो होम ऋण इंश्‍योरेंस प्‍लान के तहत उसकी बकाया रकम की भरपाई कर दी जाती है। 

इसी के साथ आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अगर उधारकर्ता ने होम लोन इंश्‍योरेंस लिया हुआ है और किसी दुर्घटनावंश उसकी मृत्यु हो जाती है तो स्वजनों पर ऋण चुकाने का दबाव नहीं होता, लोन डिफॉल्ट की चिंता भी नहीं रहती क्योंकि यह जिम्मेदारी इंश्योरेंस कंपनी पर चली जाती है। ऐसे में घर सुरक्षित रहता है। होम लोन देने वाला बैंक उस घर पर अपना अधिकार नहीं जता सकता है। 

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अनिवार्य भी नहीं है
आपकी जानकारी के लिए ये भी बता दें कि ऐसा नहीं है कि होम लोन लेने वाले के लिए होम लोन का इंश्‍योरेंस करवाना अनिवार्य है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया हो या बीमा नियामक इरडा, बता दें कि किसी की भी तरफ से ऐसी कोई गाइडलाइन नहीं है. लेकिन स्वजनों को सुरक्षित करने के लिहाज से ये जरूरी है। यही कारण है कि कई बैंक या फाइनेंस देने वाले इस तरह के इंश्योरेंस की राशि उपभोक्ताओं को लोन में जोड़कर ही बताने लगे हैं। हालांकि इसे लेने या न लेने का फैसला पूरी तरह से लोन लेने वाले पर निर्भर करता है। 


ऑप्‍शन का ईएमआई 
इसी के साथ ही आपको बता दें कि इंश्योरेंस का प्रीमियम कुल लोन की राशि का 2 से 3 प्रतिशत होता है, अगर आप होम लोन लेते समय इंश्‍योरेंस का रुपया एकमुश्‍त जमा कर सकते हैं, या फिर इंश्‍योरेंस के रुपये की ईएमआई भी बनवा सकते हैं, ऐसे में जिस तरह आपकी होम लोन की ईएमआई कटती है, उसी तरह आपकी होम लोन इन्‍श्‍योरेंस की मासिक किस्‍त भी कटती रहेगी। ये भी बता दें कि इंश्‍योरेंस की रकम मामूली होती है।