IPM: हरियाण मेंं किसान 31 अक्टूबर तक करवा सकते है बिल अपलोड

उप कृषि निदेशक डॉ. सुखदेव सिंह ने बताया कि हरियाणा राज्य में कपास की खेती को बढ़ावा देने में सूक्ष्म पोषक तत्वों और एकीकृत कीट प्रबंधन (आईपीएम) को बढ़ावा देने के लिए कृषि एंव किसान कल्याण विभाग हरियाणा द्वारा किसानों के बिल अपलोड करने के लिए 31 अक्टूबर 2024 तक पोर्टल पुन: खोला गया है।
उन्होंने बताया कि जिन किसानों द्वारा इस स्कीम के अन्तर्गत आवेदन किया है और किसी तकनीकी खामी के कारण बिल अपलोड नहीं कर पाया हो, उन सभी किसानों से अपील की जाती है कि वे निर्धारित की गई तिथि अनुसार बिल अपलोड करवाना सुनिश्चित करें।
सिरसा जिला की मंडियों में 1,16,207 मीट्रिक टन धान की खरीद
अनाज मंडियों में धान की आवक प्रतिदिन बढ़ रही है। उपायुक्त शांतनु शर्मा ने बताया कि जिला की विभिन्न मंडियों में खरीद एजेंसियों द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 1,16,207 मीट्रिक टन (MT) धान की खरीद की जा चुकी है। कुल आवक में से खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा 51,325 एमटी, हैफेड द्वारा 50,472 MT तथा हरियाणा वेयर हाउसिंग कारपोरेशन द्वारा 14,410 एमटी खरीदी की गई है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को खरीद प्रक्रिया एवं उठान में तेजी लाने के निर्देश दिए।
सिरसा डीसी ने बताया कि बड़ागुढ़ा मंडी में 4959 MT, डबवाली मंडी में 16671 MT, कालांवाली मंडी में 37731 एमटी, फग्गु मंडी में 4748 एमटी, रानियां मंडी में 4478MT, रोड़ी में 4742 एमटी, सिरसा मंडी में 5065 एमटी, सुरतिया मंडी में 3784 एमटी, ओढां में 3206 एमटी धान की खरीद दर्ज की गई, साथ ही जिला की अन्य मंडियों में भी धान की आवक जारी है।
उन्होंने किसानों से अपील करते हुए कहा कि धान को सुखाकर मंडी में लेकर आए, ताकि जल्द खरीद की जा सके। धान की फसल की कटाई के बाद फसल के अवशेषों को आग न लगाएं, बल्कि इन अवशेषों से पशुओं के लिए चारा बनाएं और इसे जमीन में मिलाकर उपजाऊ शक्ति बढ़ाएं।