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NHAI: हाईवे पर मिले जलभराव या भूस्‍खलन, तो तुरंत ऐसे करे समाधान, NHAI ने बताया ये खास तरीका

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NHAI: हाईवे पर मिले जलभराव या भूस्‍खलन, तो तुरंत ऐसे करे समाधान, NHAI ने बताया ये खास तरीका 

New Delhi : देश के सभी राज्यों में सड़कों का जाल से बिछा हुआ है। जिससे आमजन को काफी फायदा मिल रहा है। देशभर केंद्र सरकार सड़कों की तरफ विशेष ध्यान दे रही है। इसी कड़ी में आपको बता दें कि अगर National Highway पर आप सफर कर रहे हैं और रास्‍ते में कहीं पर आपको जलभराव या भूस्‍खलन मिलता है तो टेंशन लेने की जरूरत नहीं है. 

इसके लिए सीधा NHAI से एप के माध्‍यम से आप शिकायत कर सकते हैं। इसके बाद तुरंत समाधान करवाया जाएगा। सड़क परिवहन मंत्रालय ने गाड़ी चालकों की बेहतर सुविधा के लिए मानसून मैनेजमेंट सिस्‍टम बनाया है। 

आपको बता दें कि बरसातके दौरान National Highway में मैदानी एरिया में जल भराव और पहाड़ी इलाकों में भूस्‍खलन की घटनाएं होती रहती हैं। एनएचएआई ने दोनों हालातों से निपटने की योजना बना ली है। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के मुताबिक मानसून सीजन में एनएचएआई के अधिकारी और कर्मचारी राज्‍य सरकार की संबंधित एजेंसी के साथ मिलकर National Highway का निरीक्षण करते रहेंगे, इससे शिकायत मिलने पर तत्‍काल समस्‍या का समाधान करवाया जाएगा। 

बता दें कि राष्ट्रीय राजमार्गों पर जल जमाव या बाढ़ जैसी स्थिति से बचने के लिए, एनएचएआई प्रदेश सिंचाई विभाग के साथ संयुक्त निरीक्षण कर रहा है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि किसी भी नदी के प्रवाह नवनिर्मित राजमार्ग से बाधित न हो सके। इसके साथ ही एडवांस ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्‍टम (एटीएमएस) और राजमार्ग यात्रा एप पर भी शिकायत कर सकते हैं। 

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सूचना पर तुरंत पहुंचेगी टीम
इसी के साथ आपको ये भी बता दें कि पहाड़ी और मैदानी दोनों एरिया में प्रभावी समाधान प्रदान करने के लिए एनएचएआई बाढ़/भूस्खलन प्रभावित स्थानों पर मशीनरी और कर्मचारियों को शीघ्रता से पहुंचाने के लिए एजेंसियों, स्थानीय अधिकारियों और प्रशासन के साथ कोआर्डीनेट करके काम कर रहा है। 

संभावित स्‍थानों पर तैनाती
इसी के साथ ही बता दें कि पहाड़ी क्षेत्रों में, जिला प्रशासन कोआर्डीनेट करके प्रत्येक भूस्खलन संभावित स्थल पर पर्याप्त मशीनों के साथ कर्मचारी तैनात किए गए हैं. जो 24 गुणा 7 कनेक्टिविटी और सुरक्षित व सुचारू आवाजाही के लिए कार्य करेंगे। इसी के साथ ही प्रत्येक भूस्खलन संभावित क्षेत्र में अस्थायी अवरोध और चेतावनी संकेत स्थापित किए गए हैं।