सिरसा की सीडीएलयू में ये नया कोर्स हो शुरू, सिरसा और फतेहाबाद के छात्रों को मिलेगा फायदा
mahendra india news, new delhi
हरियाणा के सिरसा में चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय के अंदर बुधवार को बैठक हुई। इस बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अजमेर सिंह मलिक की अध्यक्षता में लाल बहादुर प्रशासनिक भवन में आयोजित विभिन्न संकायों के अधिष्ठाताओं एवं विभागाध्यक्षों की बैठक में लिया गया। डीन अकेडमिक अफेयर्स कार्यालय द्वारा आयोजित इस बैठक में विश्वविद्यालय के कुलसचिव डा. राजेश कुमार बांसल भी उपस्थित थे। बैठक का संचालन डिन अकेडमिक अफेयर्स प्रो. सुरेश कुमार गहलावत द्वारा किया गया।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. अजमेर सिंह मलिक ने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी के इस युग में सूचनाओं का बेहत्तर प्रबन्धन करके अच्छे परिणाम हासिल किए जा सकते हैं। विभागाध्यक्षों को तकनीकी रूप से सुदृढ़ होना होगा और बेहतर तकनीक का इस्तेमाल करके सॉफ्टवेयर्स की मदद से सारा रिकॉर्ड अपडेट करना होगा। ऑफिस संचार के अंदर भी द्विपक्षीय संचार अत्यन्त आवश्यक है। शैक्षणिक संस्थानों को भी अपने संसाधनों के बेहत्तरीन इस्तेमाल हेतू तकनीक तथा संचार के अंदर तालमेल स्थापित करना होगा और सारा कार्यालय रिकॉर्ड ऑनलाईन करके अपने आपको अपडेट करना होगा।
विभिन्न विभागों को अपनी ऐनुअल क्वालिटी ऐश्योरेंस रिपॉर्ट 13 फरवरी से पहले अपडेट करनी होगी। प्रो. मलिक ने कहा कि विश्वविद्यालय के प्राध्यापकों को फैक्लटी डेवेल्पमैंट प्रोग्राम के साथ साथ औद्योगिक संस्थानों एवं शौद्य संस्थानों के अंदर भी समय समय पर ट्रेनिंग लेनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को भी ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान ट्रेनिंग तथा इंटर्नशिप करनी चाहिए ताकि वह व्यवहारिक रूप से दक्ष हो सकें। बैठक के दौरान स्थानीय भाषाओं में टीचिंग मॉडयूल तैयार करने पर भी चर्चा हुई। लाईवलीहुड अर्निंग मैथड्स के क्रियान्वयन पर भी चर्चा की गई।
विश्वविद्यालय के कुलपति ने कहा कि वर्तमान में विश्वविद्यालय में लगभग 40 कोर्सिस विद्यार्थी पढ़ रहे हैं और आगामी शैक्षिणक सत्र से सौशलॉजी विभाग विश्वविद्यालय में स्थापित करने के साथ ही एम.एड पाठ्यक्रम भी प्रारंभ करने की तैयारियां विश्वविद्यालय में की जा रही है।
इस अवसर पर कुलपति ने परीक्षा नियंत्रक को निर्देष दिए की ऑड सैमेस्टर के सभी परीक्षा परिणाम आगामी 10 दिनों में जारी कर दिए जाएं। बैठक के दौरान विभिन्न कल्ब जैसे योगा कल्ब, मीडिया साक्षरता कल्ब, सांस्कृतिक कल्ब, एन्टरप्रैनयोरशिप कल्ब लिटरेरी कल्ब आदि स्थापित करके विश्वविद्यालय स्तर पर कार्यक्रम करने की रणनीति भी तैयार की गई।