हरियाणा के डिंग मंडी में इस ट्रेन का होगा ठहराव, ग्रामीणों ने ट्रेनों के ठहराव के लिए पूर्व राज्यपाल का जताया आभार
ओडिशा के पूर्व राज्यपाल प्रो. गणेशीलाल का उनके आवास पर पहुंचकर आभार जताया
mahendra india news, new delhi
HARYANA के सिरसा में डिंग मंडी रेलवे स्टेशन पर हरियाणा एक्सप्रेस व जींद जाने वाली ट्रेनों का डिंग स्टेशन पर ठहराव को लेकर डिंग मंडी के ग्रामीणों ने रविवार की सुबह ओडिशा के पूर्व राज्यपाल प्रो. गणेशीलाल का उनके आवास पर पहुंचकर आभार जताया। इस दौरान प्रो. गणेशीलाल के सुपुत्र मनीष सिंगला भी मौजूद थे।
इस दौरान दरिया सिंह पचार सरपंच प्रतिनिधि डिंग मंडी, दलीप सिंह, रमेश कुमार, मिलाप सिंह, रामदत पूनियां, रोहित पचार, आत्मारा चोयल, कृष्ण लाल खत्री, भगवानदास खत्री, मुकेश फुटेला, राहुल बांसल, सुदेश पचार, मनोहरलाल ने बताया कि कोविड के कारण HARYANA एक्सप्रेस व जींद से आने वाली दोनों टे्रनें बंद कर दी गई थी, जिसके कारण 24 गांवों के ग्रामीणों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था।
उन्होंने कहा कि इससे खासकर विद्यार्थियों व गुड़गांव जाने वाले यात्रियों को खासी परेशानियों से 2-4 होना पड़ रहा था। वे या तो SIRSA जाते या फिर भट्टू जाकर ट्रेन पकड़नी पड़ती थी। उन्होंने बताया कि समस्या को देखते हुए ग्रामीणों ने पूर्व राज्यपाल प्रो. गणेशीलाल से आग्रह किया था कि इन दोनों टे्रनों का ठहराव डिंग मंडी रेलवे स्टेशन पर फिर से करवाया जाए। ओडिसा के पूर्व राज्यपाल ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया था कि उनकी समस्या का तुरंत समाधान करवाया जाएगा। पूर्व राज्यपाल ने ग्रामीणों की समस्या को गंभीरता से लेते हुए पैरवी की और दोनों टे्रनों का ठहराव 26 जनवरी से फिर से डिंग मंडी रेलवे स्टेशन पर करवाया। वहीं ग्रामीणों ने बताया कि डिंग मंडी क्षेत्र की आबादी करीब 20 हजार है, यहां न तो पंचायत घर है।
उन्होंने बताया कि तहसील न होने के कारण ग्रामीणों को 20 किलोमीटर दूर अपने कार्य करवाने के लिए जाना पड़ता है। ग्रामीणों ने कहा कि पूर्व राज्यपाल को डिंग मंडी क्षेत्र को उपतहसील का दर्जा दिलवाने के लिए भी ज्ञापन दिया गया है। वहीं पूर्व राज्यपाल प्रो. गणेशीलाल ने कहा कि ग्रामीणों ने कुछ समय पूर्व उनसे ट्रेनों के ठहराव के लिए आग्रह किया था। ग्रामीणों की मांग पर देनों टे्रनों का ठहराव 26 जनवरी से कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि उपतहसील का दर्जा दिलवाने की मांग को भी जल्द से जल्द पूरा करवाया जाएगा, ताकि ग्रामीणों को समस्याओं का सामना न करना पड़े।