home page

पीएम मोदी ने रामलला से क्यों मांगी माफी, प्राण-प्रतिष्ठा के बाद ये कहा पीएम मोदी ने


प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के बाद राम भक्तों में उत्सव का माहौल देखते ही बन रहा है

 | 
 प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के बाद राम भक्तों में उत्सव का माहौल देखते ही बन रहा है

mahendra india news, new delhi

भगवान राम को उनकी जन्मस्थली पर पहुंचाने का पावन कार्य सोमवार को पूरा हो गया। प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान के बाद राम भक्तों में उत्सव का माहौल देखते ही बन रहा है। देशभर में आज राममय नजर आया। राम मंदिर का सबसे बड़ा कार्यक्रम आज संपन्न हो गया है। प्राण-प्रतिष्ठा के बाद पीएम मोदी ने संबोधन दिया, इस दौरान पीएम कुछ भावुक भी नजर आए। 

प्रधानमंत्री ने रामलला के नवीन विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए कहा कि सियावर रामचंद्र की जय. पीएम ने इस दौरान रामलला से माफी भी मांगी है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारी कई पीढ़ियों ने वियोग सहा है। मैं आज प्रभु श्री राम से क्षमा याचना भी करता हूं, हमारे पुरुषार्थ, त्याग, तपस्या में कुछ तो कमी रह गई होगी कि हम इतनी सदियों तक यह कार्य कर नहीं पाए है। आज वह कमी पूरी हुई है, मुझे विश्वास है कि प्रभु श्री राम आज हमें अवश्य क्षमा करेंगे। 

आपको बता दें कि दरअसल में प्रधानमंत्री मोदी ने प्रभु से इसलिए,माफी मांगी क्योंकि मंदिर बनने में इतना वक्तलग गया, पीएम ने कहा कि राम लला टेंट में नहीं, अब भव्य मंदिर में रहेंगे। आज हमें सदियों के उस धैर्य की धरोहर मिली है।  आज हमें राम का मंदिर मिला है मेरा पक्का विश्वास है कि जो घटित हुआ है उसकी अनुभूति देश और दुनिया के कोने-कोने में रामभक्तों को हो रही होगी। 

WhatsApp Group Join Now


उन्होंने कहा कि ये यह क्षण अलौकिक है, इस शुभ घड़ी की आप सभी और समस्त देशवासियों को बहुत-बहुत बधाई. मैं अभी गर्भगृह में ऐश्वर्य चेतना का साक्षी बनकर आप सबके सामने उपस्थित हुआ हूं। कितना कुछ कहने को है लेकिन कंठ अवरुद्ध है। 


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज इस शुभ घड़ी की आप सभी को और समस्त देशवासियों को बहुत-बहुत बधाई. मैं अभी गर्भगृह में ऐश्वर्य चेतना का साक्षी बनकर आप सबके सामने उपस्थित हुआ हूं। कितना कुछ कहने को है लेकिन कंठ अवरुद्ध है, मोदी ने कहा कि उस कालखंड में तो वियोग सिर्फ 14 वर्षों का था, इस युग में तो अयोध्या और देशवासियों ने सैकड़ो वर्षों का वियोग सहा है. उन्होंने कहा कि लंबी प्रतीक्षा, धैर्य और सदियों के बलिदान के बाद हमारे राम आज आए हैं।