प्याज की खेती से किसान कर सकते हैं मोटी कमाई, किसान अपनाए यह तरीका

प्याज की देश में ही नहीं विदेश में भी डिमांड बढ़ रही है। प्याज के बिना रसोई का जायका फेल है। किसान प्याज की भी खेती कर मोटी आमदनी कर सकते है। किसानों को ये भी बता दें कि सरकार भी प्याज की खेती को बढावा दे रही है। खास बात यह है कि प्याज की खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार किसानों को सब्सिडी भी दे रही है। कई प्रदेशों में खेती के लिए किसानों को पहले आओ पहले पाओ के तर्ज पर बीज सहित अन्य संसाधन मुहैया कराया जाएगा.
किसानों को बता दें कि खरीफ सीजन में प्याज की खेती में अधिक उत्पादन के लिए खेत को वैज्ञानिक तरीके से तैयार करना बहुत ही जरूरी है। इसके लिए सबसे पहले किसान को सबसे पहले खेत की जुताई मिट्टी पलटने वाले कृषि यंत्र से करें। इसके बाद 2 से 3 जुताई कल्टीवेटर या हैरो से करें। किसान इसी के साथ ही प्रत्येक जुताई के बाद पाटा अवश्य चलाए। इससे जमीन की नमी सुरक्षित रहती है और मिट्टी भुरभुरी हो जाती है।
कृषि अधिकारी डा. सुनील कुमार ने बताया कि एक हेक्टेयर के तैयार खेत में 8 से 10 किलोग्राम बीज की आवश्यकता होती है। इसके अलावा खेत में जल निकासी की समुचित व्यवस्था का ख्याल रखना बेहद जरूरी होता है. जल निकासी के अभाव में अगर खेत में जलभराव होता है तो फसल को नुकसान पहुंचने की संभावना अधिक रहती है
कसान बारिश के मौसम में प्याज की खेती करने से किस बचते हैं। गर्मी के मौसम में जो प्याज लगाई जाती है वह दूसरी प्रजाति की होती है और उसमें पानी की कम जरूरत पड़ती है, इससे नुकसान की संभावना नहीं के बराबर रहती है। बिहार सरकार उद्यान विभाग के माध्यम से प्याज की खेती बढ़ाने के लिए प्रयासरत है और किसानों को अनुदान भी दिया जा रहा है। किसान एक हेक्टेयर में खरीफ प्याज की खेती से 2 से 2.50 लाख रुपये तक कमा सकते हैं।