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Haryana: किसानों की बर्बाद हुई फसलों की भरपाई करेगी सरकार,मुआवजा के लिए इस तिथि तक करें आवेदन

कृषि विभाग की वेबसाइट पर करें इस तिथि तक पंजीकरण
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कृषि विभाग की वेबसाइट पर करें इस तिथि तक पंजीकरण

mahendra indai news, new delhi

हरियाणा सरकार समय समय पर किसानों के लिए स्कीमें चल रही है। किसानों को फसल खराब होने पर भी मुआवजा देने का प्रावधान किया गया है। प्रदेश के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जेपी दलाल ने कृषि एवं राजस्व विभाग के अधिकारियों को E-क्षतिपूर्ति पोर्टल को एक अक्टूबर से खोलने के निर्देश दिए, ताकि किसान अपनी कपास की फसल में हुए नुकसान का ब्योरा दर्ज करा सकें।

 


कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री JP दलाल ने कृषि विभाग के अधिकारियों को कपास की फसल के नुकसान का आकलन करते हुए रिपोर्ट सरकार को प्रस्तुत करने के भी निर्देश दिए, जिससे राजस्व विभाग द्वारा आकलन रिपोर्ट के आधार पर फसल में हुए नुकसान पर वित्तीय सहायता प्रदान की जा सके। 


आपको बता दें कि कृषि मंत्री JP दलाल ने चंडीगढ़ में कपास की फसल में हुए नुकसान के संबंध में कृषि और राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की है।  जिसमें अधिकारियों को कपास में गुलाबी सूंडी के प्रकोप से हुए नुकसान की भरपाई के लिए हर गांव में फसल कटाई प्रयोगों को दोगुण करते हुए 4 से 8 करने के भी निर्देश दिए ताकि नुकसान का सटीक आंकलन किया जा सके।

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कृषि मंत्री ने प्रयोगों की वीडियोग्राफी करने के भी निर्देश दिए। राज्य में कलस्टर-2 के अधीन जिला Ambala, Karnal, Sonipat, Hisar, Jind, Mahendragarh and Gurugram में जिन किसानों का प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत फसल बीमा नहीं हुआ, उनके लिए राज्य सरकार द्वारा कलस्टर-2 हेतु हरियाणा फसल सुरक्षा योजना को कपास फसल के लिए शुरू किया गया है।


कृषि विभाग की वेबसाइट पर करें पंजीकरण
किसानों को इसके तहत किसान 30 सितंबर तक कृषि विभाग की वेबसाइट पर अपनी कपास की फसल का पंजीकरण मामूली शुल्क अदा कर फसल को सुरक्षित कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, मेरी फसल-मेरा ब्योरा पोर्टल को भी 3 दिन तक तुरंत प्रभाव से खोलने का निर्णय लिया गया है। जिन किसानों ने अभी तक अपनी फसलों का ब्योरा इस पोर्टल पर दर्ज नहीं किया है, वह किसान अपनी फसल का ब्योरा पंजीकृत करवाकर फसल उत्पाद को सुगमता से बेच सकते हैं।