home page

दिल्ली विधानसभा 2025: दिल्ली के जंगपुरा सीट से हारे पूर्व सीएम केजरीवाल और मनीष सिसोदिया, आतिशी और सौरभ भारद्वाज भी पीछे, बीजेपी बहुमत की और

 | 
Delhi Assembly 2025: Manish Sisodia lost from Jangpura seat of Delhi, former CM Kejriwal Atishi and Saurabh Bhardwaj also lagging behind, BJP heading towards majority
mahendra india news, new delhi

दिल्ली विधानसभा के चुनाव को लेकर 5 फरवरी को मतदान हुआ। आज चुनाव की मतगणना हो गई। आपको बता दें कि दिल्ली चुनाव परिणाम की गिनती जारी है लेकिन ऐसा लग रहा है कि भारतीय जनता पार्टी सरकार बनाने जा रही है। दिल्ली की जंगपुरा से हारे केजरीवाल और मनीष सिसोदिया,-आतिशी और सौरभ भारद्वाज भी पीछे चल रहे हैं। 
भाजपा 48 सीटों पर जबकि आम आदमी पार्टी 22 सीटों पर आगे चल रही है। अब देखना है कि अगर कोई बड़ा उलटफेर नहीं होता है तो भाजपा तेजी से बहुमत की तरफ बढ़ रही है। मनीष सिसोदिया 4000 से आगे आप के चल रहे हैं। 
अभी 70 सीटों का रूझान सामने आया है। जिसमें आगे कौन आगे चला रहा है। 

कितनी सीटों पर कौन आगे
इस चुनाव में बीजेपी -45
आप                       25
कांग्रेस                   एक

 इस चुनाव की मतगणना से पहले चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का करिश्मा इस बार राजधानी में असर दिखा पाएगा या फिर आप के प्रमुख अरविंद केजरीवाल की सियासी रणनीति एक बार फिर कामयाब होगी। वहीं कांग्रेस लीडर राहुल गांधी के सफल  होने के बारे में आज होने वाली मतगणना के बाद खुलासा होगा। 


आपको बता दें कि दरअसल बीते 2 विधानसभा चुनावों में बीजेपी नरेंद्र मोदी लहर के बावजूद दिल्ली में सरकार बनाने में विफल रही थी, जबकि आप नेता केजरीवाल का मैजिक चलता रहा और आप ने भारी बहुमत के साथ सत्ता में वापसी की। दूसरी ओर, कांग्रेस इन चुनावों में लगातार पिछड़ती रही है।

WhatsApp Group Join Now

इस बार दिल्ली वलों का किस पर भरोसा?
पूर्व सीएम केजरीवाल ने पिछले 2 चुनावों में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दोनों को शिकस्त दी थी और आप को दिल्ली में अभूतपूर्व सफलता मिली थी। उनके शासनकाल में शिक्षा, स्वास्थ्य और फ्री सुविधाओं पर जोर दिया गया। आपको बता दें कि इस बार बीजेपी ने आक्रामक प्रचार अभियान चलाया और पूर्व सीएम केजरीवाल सरकार को घेरने की पूरी कोशिश की। खासकर आप सरकार में हुए भ्रष्टाचार और विभिन्न मामलों में सरकार की नामाकी और अनेक वादे पूरे नहीं करने के मुद्दों को उठाते हुए भारतीय जनता पार्टी ने मतदाताओं को रिझाने का प्रयास किया। आज पता चलेगा कि किसका जादू आखिर चलेगा।