गांव दड़बा कलां की गोशाला में भगवान श्याम सुंदर कृष्ण कन्हैया का जन्मोत्सव पर नाचने लगी महिलाएं

सिरसा जिले के गांव दड़बा कलां में स्थित श्री कृष्ण प्राणामी गोशाला में शुक्रवार को चतुर्थ दिवस की श्री मद् भागवत कथा में भगवान श्याम सुंदर कृष्ण कन्हैया का जन्मोत्सव मनाया गया। कृष्ण कन्हैया का जन्मोत्सव पर पंडाल में बैठी महिलाएं नाचने लगी। भगवान की झांकी को देखकर सब भाव बीभोर हो गए,, क्योंकि भगवान का स्वरूप ही ऐसा है जिसका ध्यान बड़े-बड़े ऋषि महात्मा जो संसार की सब कामनाओं का त्याग कर चुके हैं, सब ऐश्वर्या का त्याग कर चुके हैं। वह भी भगवान की छवि को देखते रहते हैं तो मनुष्यों की बात ही क्या है, भगवान की वह छवि जिसे देखने के लिए गोकुल में वृंदावन में सभी जीव जंतु गौ माता अपने नैनों के अधर से पान करती रहती है।
कथा वााचिका गंगा मिश्रा ने बताया कि वह भगवान की छवि जब सामने हो तो हम तो मनुष्य हैं हमारा मन तो वैसे भी उनकी तरफ चल जाएगा, भगवान की छवि और सौंदर्य अलौकिक होता है, आज की कथा में अजामिल का भी प्रसंग आया इस प्रसंग के माध्यम से यह बताया गया कि भगवान का नाम बड़े से बड़े पापी को भी भवसागर से पार कर देता है,
वाल्मीकि नारद घटजोनी नीज निज मुखनि कहीं नीज होनी, चाहे अजामिल हो चाहे वाल्मीकि जी हो, सब नाम के प्रभाव से ही जगत में पूज्य हुए हैं, भगवान का नाम तत क्षण हमारे पापों का नाश करके खुद भगवान के करीब ले जाता है। गोशाला में 3 मार्च तक श्री मद् भागवत कथा का आयोजन किया जाएगा।