8 राष्ट्रीय हाई स्पीड रोड कॉरिडोर परियोजनाओं से मिलेगा बड़ा फायदा, समय की होगी बचत
देश में अब केंद्रीय केबिनेट ने 8 राष्ट्रीय हाई स्पीड रोड कॉरिडोर परियोजनाओं को मंजूरी मिलने से देश में सड़कों प्रगति के मार्ग खुलेंगे। इससे एक दूसरे स्थान पर जाने के लिए समय की भी बचत हेागी। क्योंकि इससे पहले सड़कों की हालत अच्छी नहीं होने से समय लग रहा है। देशभर में सड़कों का जाल बिछा हुआ है। वहीं कई जगह पर युद्ध् स्तर पर कार्य चल रहा है। इससे आमजन को बड़ा फायदा मिल रहा है।
बता दें कि इसमें ग्वालियर से आगरा के बीच प्रस्तावित 6 लेन हाई स्पीड कॉरिडोर भी शामिल है। इस एक्सप्रेसवे के बनने से मौजूदा ग्वालियर-आगरा नेशनल हाइवे से करीब 6 किलोमीटर की दूरी पर होगा। इसके निर्माण कार्य से आगरा से ग्वालियर की दूरी मौजूदा 121 किलोमीटर से घटकर 88.4 किमी रह जाएगी।
इसी के साथ ही आगरा-ग्वालियर हाईवे से अभी दोनों शहरों के बीच का सफर 2 घंटे 30 मिनट घंटे में पूरा होता है. लेकिन, आगरा-ग्वालियर हाई स्पीड रोड कॉरिडोर बन जाने से यह सफर केवल मात्र एक घंटे का ही रह जाएगा।
ग्वालियर-आगरा 6 लेन हाई स्पीड कॉरिडोर का निर्माण बिल्ड ऑपरेट ट्रांसफर (BOT) के तहत होगा। इस एक्सप्रेसवे की शुरूआत ग्वालियर में रायरू-झांसी बायपास के सुसेरा गांव से होगी, इसी के साथ ही शनिदेव मंदिर की रोड के उराहना, पिपरसेवा से होते हुए मुरैना, धौलपुर, आगरा के बाद यह देवरी गांव तक जाएगा। इसके लिए 4 जिलों की 502 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण होगी। इस एक्सप्रेसवे के निर्माण पर 4613 करोड़ रुपये खर्च होने की संभवाना है।
हाई स्पीड कॉरिडोर रूट ग्वालियर-आगरा 6 लेन
इसी के साथ ही आपको बता दें कि ग्वालियर-आगरा 6 लेन हाई स्पीड कॉरिडोर ग्वालियर के सुसेरा और मुरैना जिले के डोलसा, उराहना, पिनावली, पिपरसेवा, भाखरी, गडाजर, नयागांव, रांसू, खैरवाली, रंचौली, गुलेंद्र, बिसेटा, पिलुआ, बसाहरी, नाका, कोटवाल, बसैया, खेराकलां, अजनोधा, लोधा, डोंगरपुर, सिरमिति, भटारी, दिमनी, खुर्द, श्यामपुर खुर्द, लहर, ऐसाह, जोहा, कुथियाना, बीलपुर से होते हुए जाएगा। वहीं धौलपुर जिले के बक्शपुरा, चीलपुरा, कमरियन का पुरा, चंदिया का पुरा, पुरेनी, बाहरी का पुरा, फर्शपुरा, जंगीपुरा, बसई करे, हनुमानपुरा, पहाड़ी, मचरिया, डोडी का पुरा, नदोली, गेहंडी, बीच का पुरा और अजीतपुरा इसकी जद गुजरेगा। इसी प्रकार से आगरा जिले के मेहदेवा, डर्की, पुस्नेता, स़ढ़पुरा, शेरपुर, बाबरपुर, गोहरी, तोर, लोहेटा, पटम, नंगला, फूलपूर, करोधना, काकरारी, सलीमाबाद और देवरी गांव से यह हाई स्पीड कॉरिडोर गुजरेगा.
50 से अधिक पुल व ROB बनेंगे
इसके निर्माण बारे में आपको बता दें कि 88.4 किलोमीटर वाले इस 6 लेन कॉरिडोर में एक ROB, 2 फ्लाई ओवर बनाए जाएंगे। इसी के साथ चंबल नदी, कावेरी नदी, क्वांरी नदी समेत 9 नदी-नहर क्षेत्र में 5 बड़े और 4 छोटे पुल बनेंगे, इस ग्रीनफील्ड कॉरिडोर के निर्माण पर ग्वालियर, मुरैना, धौलपुर और आगरा की पूरी तरह से किश्मत बदल जाएगी। यानि यहां पर विकास के द्वार खुलेंगे। यह एक्सप्रेसवे पिपरसेवा इंड्रस्टीज एरिया शुरू होगा। इससे यहां लगने वाले उद्योगों को आगरा रूट की बेहतर कनेक्टिविटी मिलेगी।
मौजूदा हाइवे पर बढेगा ट्रैफिक लोड
इसी के साथ ही बता दें कि रायरू से शुरू होकर आगरा तक हाइवे 4 लेन का मौजूदा है। इस हाइवे अब घनी आबादी क्षेत्र से घिर गया है, बता दें कि इस पर बानमोर, मुरैना, धौलपुर, मनिया व अन्य कई स्थानों पर ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रहती है। इसी को लेकर हाइवे को 6 लेन करने की योजना थी। लेकिन घनी आबादी और जमीन की अनुपलब्धता को देखते हुए नये एक्सप्रेसवे बनाने को ही प्राथमिकता मिलेगी।