सावधान : कैंसर की फैक्ट्री की रूप में ये 5 खतरनाक फूड्स, खाने से पहले सौ बार सोचें

आज भागदौड़ भरी जिंदगी में सेहत पर ध्यान देना बहुत ही जरूरी है। इसके लिए सबसे जरूरी होता है खानपान। अगर खान पर ध्यान दिया जाए तो हम जहां बीमार होने से बच सकते हैं। वहीं कई खतरनाक बीमारी से बच सकते हैं।
क्या आप जानते हैं कि कुछ फूड्स, जो हम प्रतिदिन खाते हैं, कैंसर जैसी जानलेवा रोग को दावत दे सकते हैं, कुछ भोजन को "कैंसर की फैक्ट्री" कहते हैं, जानिए इन 5 खतरनाक फूड्स के बारे में, इन्हें खाने से पहले बार बार सोचे।
प्रोसेस्ड मीट
आपको बता दें कि सॉसेज, बेकन, हॉटडॉग जैसे प्रोसेस्ड मीट स्वाद में लाजवाब हो सकते हैं, लेकिन यह स्वास्थ्य के लिए ज़हर0 हैं। इनमें नाइट्रेट्स और प्रिजर्वेटिव्स होते हैं, जो कोलोरेक्टल कैंसर का खतरा बढ़ाते हैं. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने इन्हें कार्सिनोजेनिक (कैंसर पैदा करने वाला) बताया गया है। इनके बजाय आप सीमित मात्रा में कम चर्बी वाला ताजा गोश्त खाएं.
शुगर ड्रिंक्स
चिकित्सकों के अनुसार कोल्ड ड्रिंक्स, एनर्जी ड्रिंक्स और मीठे जूस न सिर्फ मोटापा बढ़ाता है। बल्कि कैंसर का रिस्क भी उत्पादन करते हैं. इनमें मौजूद हाई फ्रक्टोज कॉर्न सिरप और एडेड शुगर शरीर में सूजन पैदा करते हैं, जो कैंसर सेल्थ की ग्रोथ में सहायता कर सकते है। पानी, हर्बल टी या ताजे फलों के रस को तरजीह दें.
तला-भुना जंक फूड
इसी के साथ ही फ्रेंच फ्राइज, बर्गर, और तले हुए स्नैक्स में ट्रांस फैट और एक्रिलामाइड जैसे नुकसानदेह तत्व होते हैं। अधिक तापमान पर तलने से बनने वाला एक्रिलामाइड ब्रेस्ट कैंसर और प्रोस्टेट कैंसर से जोड़ा गया है। इसी के साथ ही जंक फूड की जगह आवास का बना खाना या बेक्ड स्नैक्स खाएं.
रिफाइंड आटा और प्रोसेस्ड अनाज
चिकित्सक के मुताबिक सफेद ब्रेड, पास्ता और बिस्किट जैसे रिफाइंड आटे से बने उत्पाद बॉडी में ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ाते हैं। यह इंसुलिन रेजिस्टेंस और सूजन को बढ़ावा देता है, जो कैंसर का कारण बन सकता है। साबुत अनाज जैसे ब्राउन राइस, ओट्स और क्विनोआ को अपनाएं।
आर्टिफिशियल स्वीटनर और कलर
इसी के साथ ही कई पैकेटबंद फूड आइटम्स में आर्टिफिशियल स्वीटनर (जैसे एस्पार्टेम) और फूड कलर मिलाए जाते हैं, कुछ स्टडीज में इन्हें लिवर और किडनी कैंसर से जोड़ा गया है. कुदरती मिठास जैसे शहद या गुड़ का इस्तेमाल करें और पैकेज्ड फूड्स के लेबल को ध्यान से देखे।
ये खबर केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है, इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की सहायता ली है, अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले चिकित्सक की सलाह जरूर लें।