22 मई 2025 का मौसम: मौसम में होगा बदलाव, कल ऐसा रहेगा मौसम

मौसम में पिछले कई दिनों से बदलाव देखने को मिल रहा है। मौसम में कल वीरवार यानि 22 मई 2022 को भी बदलाव देखने को मिलेगा। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार अगले 24 घंटे के दौरान, तटीय कर्नाटक, कोंकण, गोवा, उत्तर आंतरिक कर्नाटक और उत्तर केरल में मध्यम से भारी बारिश व गरज-चमक के साथ होने की संभावना है। इन क्षेत्रों में अचानक बाढ़ और जलभराव की स्थिति भी बन सकती है।
मराठवाड़ा, रायलसीमा, तमिलनाडु के कुछ हिस्सों के साथ पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय और पूर्वी बिहार में भी हल्की से मध्यम बारिश व कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।पूर्वोत्तर भारत, बिहार, उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्से, ओडिशा, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, दक्षिण-पूर्व राजस्थान और दक्षिण-पश्चिम मध्य प्रदेश में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश की गतिविधियाँ संभव हैं।उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पूर्वी गुजरात, लक्षद्वीप और अंडमान व निकोबार द्वीप समूह में हल्की बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर मध्यम बारिश हो सकती है। वहीं, राजस्थान और दक्षिण हरियाणा के कुछ अलग-अलग हिस्सों में लू चलने की स्थिति बनी रह सकती है। मानसून के केरल में प्रवेश के लिए परिस्थितियाँ अगले 4 से 5 दिनों के भीतर अनुकूल होती जा रही हैं।
अरब सागर के पूर्वी मध्य हिस्से में, कर्नाटक तट के पास 21 मई तक एक चक्रवाती परिसंचरण बनने की संभावना है। इसके प्रभाव से 22 मई के आसपास एक निम्न दबाव क्षेत्र विकसित हो सकता है, जो उत्तर दिशा की ओर आगे बढ़ते हुए और अधिक मजबूत हो सकता है।
पूर्वोत्तर राजस्थान और उससे सटे दक्षिण हरियाणा पर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।
मध्य पाकिस्तान और उससे सटे क्षेत्रों में भी एक चक्रवाती परिसंचरण सक्रिय है।
इस परिसंचरण से एक ट्रफ रेखा मध्य पाकिस्तान से होते हुए उत्तर बंगालदेश तक उत्तर राजस्थान, दक्षिण हरियाणा, दक्षिण उत्तर प्रदेश, बिहार और उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल से गुजर रही है, जो समुद्र तल से 1.5 किमी ऊंचाई पर स्थित है।
एक चक्रवाती परिसंचरण मध्य असम पर और दूसरा उत्तर बंगालदेश पर बना हुआ है।
पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी और उससे सटे दक्षिण आंध्र प्रदेश और उत्तर तमिलनाडु पर भी एक चक्रवाती परिसंचरण है।
दक्षिण आंतरिक कर्नाटक और इससे सटे क्षेत्रों में समुद्र तल से 1.5 से 5.8 किमी की ऊंचाई के बीच एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।
देश भर में हुई मौसमी हलचल
आपको बता दें कि पिछले 24 घंटे के दौरान, केरल में हल्की से मध्यम बरसात के साथ कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बरसात दर्ज की गई। मध्य महाराष्ट्र, कोंकण व गोवा में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बरसात हुई। पूर्वोत्तर भारत, सिक्किम, झारखंड, दक्षिण ओडिशा तट, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, तटीय कर्नाटक और दक्षिण आंतरिक कर्नाटक में गरज-चमक व तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई।
लक्षद्वीप, रायलसीमा, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, गंगा पश्चिम बंगाल, पूर्वी उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों और दक्षिण-पूर्व राजस्थान में हल्की बरसात हुई। दक्षिण पश्चिम उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और मध्य प्रदेश के एक-दो स्थानों पर लू की स्थिति बनी रही।