सिरसा के दिल्ली पब्लिक स्कूल, सिरसा में मूल्य एवं नैतिकता विषय पर कार्यशाला आयोजित

हरियाणा में सिरसा स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल, सिरसा के प्रांगण में मूल्य एवं नैतिकता विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य शिक्षकों में नैतिक बोध, मूल्यपरक दृष्टिकोण तथा आदर्श शिक्षण पद्धतियों का संवर्धन करना था। कार्यशाला का शुभारंभ विद्यालय की प्राचार्या रमा दहिया द्वारा दीप प्रज्ज्वलन एवं अतिथि स्वागत के साथ हुआ।
उन्होंने विद्यालय परिवार की ओर से कार्यशाला के मु य वक्ता (रिसोर्स पर्सन) राजेश का पुष्पगुच्छ भेंट कर अभिनंदन किया। कार्यशाला में समस्त शिक्षकों की सक्रिय सहभागिता रही। राजेश ने अत्यंत प्रभावशाली शैली में मूल्य शिक्षा तथा नैतिक समरसता की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि वर्तमान शैक्षणिक परिवेश में छात्र केवल ज्ञान अर्जन तक सीमित नहीं रह सकतेए अपितु उनके व्यक्तित्व में मूल्यों का समावेश भी अनिवार्य है। उन्होंने बताया कि कक्षा-कक्ष में मूल्य एवं नैतिकता को लागू करने के लिए शिक्षकों को नि नलिखित बिंदुओं पर विशेष ध्यान देना चाहिए। विद्यार्थियों के आत्म-स मान की रक्षा:
प्रत्येक विद्यार्थी के विचारों, भावनाओं एवं पहचान का स मान किया जाना चाहिए।
संवाद की स्थापना:
शिक्षक को विद्यार्थियों से खुला, पारदर्शी एवं संवेदनशील संवाद स्थापित करना चाहिए।
अनुकरणीय आचरण:
शिक्षक स्वयं मूल्यनिष्ठ आचरण प्रस्तुत करें, जिससे विद्यार्थी उन्हें प्रेरणा स्रोत मानें।
सहअस्तित्व की भावना:
समूह गतिविधियों द्वारा सहयोग, सहिष्णुता एवं समर्पण जैसे गुणों को प्रोत्साहित किया जा सकता है।
आत्मचिंतन व मूल्यपरक चिंतन की प्रवृत्ति:
छात्रों को समय-समय पर नैतिक निर्णय लेने हेतु प्रेरित किया जाना चाहिए।
कार्यशाला में राजेश ने व्यावहारिक उदाहरणों, प्रेरक प्रसंगों तथा संवादमूलक शैली के माध्यम से शिक्षकों को सहज व सुलभ मार्गदर्शन प्रदान किया। कार्यशाला के समापन अवसर पर प्राचार्या रमा दहिया ने अपने प्रेरणास्पद उद्बोधन में कहा कि शिक्षक केवल ज्ञानदाता नहीं, अपितु समाज निर्माता होता हैं। अत: उन्हें अपने आचरण, विचारों एवं शिक्षण में मूल्यनिष्ठता बनाए रखनी चाहिए। उन्होंने राजेश का हृदय से आभार प्रकट करते हुए सभी शिक्षकों का धन्यवाद किया।