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​​​​​​​Onion Price: प्याज के दामों में आया भारी उछाल, कीमतें पहुंची 7वें आसमान पर, देखें...

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 ​​​​​​​Onion Price: प्याज के दामों में आया भारी उछाल, कीमतें पहुंची 7वें आसमान पर, देखें...
Onion Price in India: अभी बकरीद का त्योहार आने में काफी समय समय है लेकिन उससे पहले ही आम लोगों पर सब्जी का भार काफी बढ़ गया है आमजन में प्याज की बढ़ती कीमतों को लेकर काफी चिंता बढ़ गई है। प्याज की कीमतों में 50 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। जो प्याज नासिक में 17 रुपये किलो बिक रहा था, वह कल 30 रुपये किलो बिका है। 

भारत में  (NDA) की सरकार केंद्र में बनने के साथ साथ ही प्याज बेलगाम हो गया है। दिल्ली NCR में पिछले एक सप्ताह में  प्याज के दाम में 50 प्रतिशत तक बढ़ गए है । इस समय भीषण गर्मी की वजह से हरी सब्जियों के भाव तो वेसे भी काफी ज्यादा हैं। इस बीच प्याज के साथ-साथ आलू का दाम भी बढ़ रहा है।
  दिल्ली के बाजारों में एक सप्ताह के दौरान ही प्याज 50 फीसदी महंगा हो गया है। दो जून 2024 को रिटेल बाजार में प्याज की कीमत 25 से 30 रुपये किलो थी। नौ जून को ये कीमत 35 से 40 रुपये किलो हो गई थी। आज यानी 11 जून को बढ़िया प्याज की कीमत 50 रुपये किलो हो गया है। 

गर्मी की वजह से हरी सब्जियों की कीमत आसमान में पहुंच गई है। इस वजह से कम आमदनी वाले लोग आलू पर शिफ्ट हो गए। तभी तो बाजार में साधारण आलू की कीमत 35 से 40 रुपये किलो तक पहुंच गई है। 

क्यों बढ़ी प्याज की कीमत

अगले सोमवार को ही ईद-अल-अधा (बकर ईद) है। इस त्योहार पर देश भर में प्याज की मांग बढ़ जाती है। जिसको देखते लोग पहले ही स्टॉक करना शुरू कर देते हैं। देश में प्याज की सबसे बड़ी मंडी, नासिक की लासलगांव मंडी में बीते सोमवार को प्याज का औसत थोक मूल्य 26 रुपये प्रति किलोग्राम था, जबकि 25 मई को यह 17 रुपये प्रति किलोग्राम था।

सर्वोत्तम गुणवत्ता वाले प्याज की कीमत, जिसकी कुल कारोबार मात्रा में हिस्सेदारी छोटी है, 30 रुपये को पार कर गई है। जाहिर है कि दिल्ली आते आते इस पर प्रति किलो पांच से सात रुपये का खर्चा तो जुड़ ही जाएगा।

साल 2023-24 के रबी मौसम में प्याज की फसल खराब हुई है। इसी वजह से मांग और आपूर्ति के बीच का संतुलन गड़बड़ा गया है। जून से बाजारों में जो प्याज आता है, वह सीधे खेत से नहीं बल्कि किसानों और व्यापारियों द्वारा रखे गए स्टॉक से आता है।

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इस समय किसान अपने स्टॉक को बेचने में धीमे हैं क्योंकि उन्हें उम्मीद है कि आगे कीमतें बढ़ेंगी।

सरकार ने आम चुनाव के बीच ही प्याज का निर्यात खोल दिया। हालांकि, इसके निर्यात पर 40% का निर्यात शुल्क है। इस वजह से निर्यात की रफ्तार धीमी है। व्यापारियों का दावा है कि 17 जून को आगामी ईद-अल-अधा के लिए प्याज की घरेलू मांग मजबूत है। इस समय महाराष्ट्र समेत पश्चिम भारत, दक्षिण भारत और पूर्वी भारत से प्याज की भारी मांग निकल रही है। साथ ही बंगलादेश में भी प्याज का कंसाइनमेंट जा रहा है।